विपदा

हौसलों ने कहां हार मानी है,,

आये हर विपदा जो पथ में आनी हैं,
उच्च शिखर छूने  की हमनें ठानी हैं,
कुछ रोकेंगे या भ्रमित मार्ग बताएंगे,
लक्ष्य चाह में अंतिम श्वास लगानी है।(१)
हौसलों ने कहां हार मानी है,,

संघर्षो में बीते नाम वही जवानी हैं,
कुछ पाने की मन में एक रवानी हैं,
वृहद्  गगन के इन उलझे भंवरो में,
भाग्य स्वयं रचने की लत पुरानी है।(२)
हौसलों ने कहां हार मानी है,,

            ~हेमेंद्र वैष्णव(इंदौर)

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